आदि कैलाश और ॐ पर्वत उत्तराखण्ड के पिथोरागढ़ जिले में भारत नेपाल और तिब्बत बॉर्डर पर स्थित है. आदि कैलाश छोटा कैलाश नाम से भी जाना जाता है, यह पंच कैलाश में से एक है.
दोनो ही पर्वतो का हिंदू धर्म में काफी महत्व है. इस यात्रा को करने के लिए हर साल भारत के अलग अलग जगहों से बहुत सारे श्रद्धालु आते है.
कुल समय: हल्द्वानी/ काठगोदाम से 8 दिन 7 रात.
कार्यक्रम की तारीख:
यात्रा प्रेमी ग्रुप के सदस्यों के लिए इस वर्ष मई जून और सितंबर अक्टूबर के महीने में कुल 4 ग्रुप कराएंगे, हर ग्रुप में अधिकतम 22 सदस्य आ पाएंगे,आप अपनी सहूलियत के हिसाब से किसी भी ग्रुप में आ सकते है.
पहला ग्रुप 20 मई से 27 मई.
दूसरा ग्रुप 10 जून से 17 जून.
तीसरा ग्रुप 25 सितम्बर से 2 अक्टूबर.
चौथा ग्रुप 7 अक्टूबर से 14 अक्टूबर.
पिक अप प्वाइंट: हल्द्वानी/काठगोदाम
ड्रॉप प्वाइंट: हल्द्वानी/काठगोदाम
सफर का साधन: 4 दिन टेम्पो ट्रैवलर, और 4 दिन बोलेरो कैंपर 4*4, इसुजु, और स्कॉर्पियो.
पूरी यात्रा में घूमने के डेस्टीनेशन और देखने लायक जगहें:
भीमताल, कैंची धाम, चितई गोलू देवता मंदिर, जागेश्वर धाम, भारत-नेपाल बॉर्डर धारचूला,
आदि कैलाश , शिव पार्वती मंदिर, पार्वती सरोवर, गौरी कुंड, ब्रह्मा पर्वत कुटी गांव, पांडव किला, पांडव पर्वत, पार्वती मुकुट, ॐ पर्वत, काली माता मंदिर कलापानी, व्यास गुफा, शेषनाग पर्वत.
घूमने का सबसे अच्छा समय: मई जून, और सितंबर, अक्तूबर.
ठहरने की व्यवस्था: साफ सुथरे होटल और होमस्टे.
खाने की व्यवस्था:
पूरी यात्रा में शुद्ध शाकाहारी भोजन मिलेगा.
यात्राक्रम:
दिन 1: यात्रा सुभारंभ सुबह 7 बजे हल्द्वानी/काठगोदाम से टेम्पो ट्रैवलर द्वारा करेंगे.
सुबह का चाय नाश्ता 8 बजे भीमताल में करेंगे.
नास्ते के बाद बाबा नीम करोली आश्रम कैंची धाम के दर्शन करते हुए दिन में अल्मोड़ा पहुचेंगे और लंच अल्मोड़ा में करेंगे. लंच के बाद चितई गोलू देवता के दर्शन कर शाम तक जागेश्वर होटल पहुचेंगे.
(कुल यात्रा 140 किलोमीटर)
शाम को जागेश्वर में 1 घंटे का इंट्रोडक्शन प्रोग्राम रहेगा.
दिन 2: सुबह 7 बजे ग्रुप के सभी सदस्य जागेश्वर मंदिर के दर्शन के लिए जाएंगे, और दर्शन करने के बाद ब्रेकफास्ट करेंगे और फिर अगले पड़ाव पिथोरागढ़ के लिए निकल लेंगे(90km)
पिथोरागढ़ में इनर लाइन परमिट के लिए मेडिकल चैकअप और सारी औपचरिकता कर लेंगे.
दिन 3: सुबह ब्रेकफास्ट के बाद पिथोरागढ़ से धारचूला के लिए निकलेंगे, और उसी दिन शाम तक हम नाबी गांव पहुंच जाएंगे.(कुल यात्रा 170 किलोमीटर)
दिन 4: सुबह 7 बजे से पहले हम होमस्टे से ज्योलिंगकोंग के लिए निकल लेंगे, नाबी गांव से ज्योलिंगकोंग की दूरी लगभग 42 किलोमीटर है. यहा से भव्य आदि कैलाश के दर्शन होते है. पार्वती सरोवर और गौरी कुंड के लिए कुल 4 किलोमीटर का पैदल मार्ग तय करना पड़ता है.
यहां आस पास की सारी जगहें घूम कर और वही लंच करने के बाद शाम तक नाबी गांव वापस आ जाते है.
दिन 5: इस दिन हम सुबह होमस्टे से ॐ पर्वत के दर्शन के लिए निकलेंगे, और उसके बाद शाम तक नारायण आश्रम पहुंच जाएंगे.(कुल यात्रा 110 किलोमीटर)
दिन 6: सुबह ब्रेकफास्ट के बाद धारचूला के लिए निकलेंगे, धारचूला पहुंच कर यहां से नेपाल घूमने जायेंगे.
दिन 7: धारचूला से सुबह 8 बजे पाताल भुवनेश्वर के लिए निकलेंगे, और शाम तक वहां पहुंच जाएंगे, शाम को ही पाताल भुवनेश्वर गुफा के दर्शन कर लेंगे.( कुल दूरी 140 किलोमीटर)
दिन 8: सुबह ब्रेकफास्ट के बाद हम काठगोदाम/ हल्द्वानी के लिए निकलेंगे और शाम को काठगोदाम/हल्द्वानी पहुंच कर हमारी यात्रा का समापन हो जाएगा.
वहां से यात्रा की अच्छी यादे ले कर सब अपने घर को वापस चले जाएंगे.
यात्रा की लागत: 35,000 प्रति व्यक्ति.
पैकेज में शामिल:
•ट्रांसपोर्टेशन हल्द्वानी से हल्द्वानी तक.
•जागेश्वर, पिथोरागढ़, धारचूला, पाताल भुवनेश्वर में डबल शेयरिंग होटल/रिजॉर्ट.
नाबी में क्वाड शेयरिंग होमस्टे.
और नारायण आश्रम में क्वाड शेयरिंग रूम.
•पूरी यात्रा के दौरान सुबह की चाय, ब्रेकफास्ट, लंच,शाम का चाय नाश्ता और डिनर.
• कुछ जगहों पर शाम को बोनफायर और हल्के संगीत की व्यवस्था.
• इनर लाइन परमिट
• सभी प्रकार की इंट्री फीस/ परमिट फीस.
• यात्रा के दौरान अनुभवी ग्रुप लीडर और लोकल गाइड
• फर्स्ट एड किट
• ऑक्सीजन सिलेंडर
इसके अतिरिक्त जो भी खर्चा होगा वो सदस्यों का अपना होगा.
आप अपनी बुकिंग 5000 रुपए दे कर करवा सकते है, शेष राशि यात्रा शुरू होने से पहले 15 दिनों में जमा करवानी होगी.
अधिक जानकारी के लिए आप Dhami Naresh 7088043328 इस नंबर पर संपर्क कर सकते है.